एनएमओपीएस के कर्मियों ने औरंगाबाद समाहरणालय में काला बिल्ला लगाकर जताया विरोध
विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार)- नई पेंशन योजना के विरुद्ध में 1 सितंबर को एन एम ओ पी एस के कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया . वही शांतिपूर्ण तरीके से कर्मियों ने अपने कार्यालय में कार्यों का निष्पादन कर पुरानी पेंशन लागू करने की मांग सरकार से किया है . समाहरणालय के कर्मियों ने कहा है कि कई राज्यों में पुरानी पेंशन योजना लागू कर दिया गया है. लेकिन राज्य सरकार अभी तक बिहार में पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा नहीं किया है ,जिससे कर्मियों में सरकार के प्रति आक्रोश है. एन एम ओ पी एस के कर्मियों ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि बिहार के सटे राज्य झारखंड है ,जहां झारखंड सरकार ने सभी सरकारी राज्य कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना के तहत लाभ देने की घोषणा करते हुए लागू कर दिया है . उन्होंने आगे कहा कि यदि सरकार मेरी मांगों को अमल नहीं करती है ,तो विवश होकर एन एम ओ पी एस के कर्मी आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे. जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनावी घोषणा पत्र की एजेंडा में कहा था कि मेरी सरकार आने पर राज्य के कर्मियों को नई पेंशन योजना समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू कर दिया जाएगा. अभी बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हैं. चुनावी एजेंडा की घोषणा किए हुए भी कई वर्ष बीत चुके हैं, इसके बावजूद भी उप मुख्यमंत्री द्वारा पुरानी पेंशन योजना की घोषणा पर कोई अमल नहीं किया जाना , कई सवाल को खड़ा करता है. ऐसे तो 1 सितंबर को कर्मियों ने एन एम ओ पी एस (पुरानी पेंशन प्रतिबद्ध संगठन) बिहार इकाई के तत्वाधान में निर्णय के आलोक में कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर सरकार का विरोध जताया . कर्मियों ने आगे कहा कि आज ही की दिन सरकार ने नई पेंशन योजना लागू कर ,पुरानी पेंशन योजना को समाप्त किया था . इसी के विरुद्ध में एन एम ओ पी एस के कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया. समाहरणालय के कर्मियों में चंदन कुमार ,विजय कुमार ,मीना देवी, राजू कुमार, बजरंगी माली, रवि रोशन, सहित अन्य कर्मियों ने कहा कि जब देश के पांच राज्यों में पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा हो चुकी है, तो बिहार सरकार को भी इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए सरकारी सेवकों के हित में निर्णय सरकार को ले लेनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि बिहार राज्य के 30 से अधिक संगठनों ने संयुक्त रूप से समर्थन करते हुए काला दिवस मनाया. इसी तरह स्वास्थ्य कर्मियों, शिक्षकों एवं अन्य विभाग के सरकारी राज्य कर्मियों ने भी जोरदार तरीके से समर्थन करते हुए काला बिल्ला लगाकर सरकार के विरुद्ध आक्रोश जताया .