शिक्षक भर्ती नियमावली संशोधन पर पुर्नविचार करे सरकार -प्रो मिठू

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रो विश्वनाथ कुमार, मौलाना आफताब खान, मो समद, डा अनिल कुमार सिन्हा, डा मदन कुमार सिन्हा, प्रो दिनेश कुमार, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार आदि ने कहा की बिहार सरकार द्वारा कल शिक्षक भर्ती नियमावली में संशोधन कर बिहार के बाहर के छात्रों को आवेदन देने की छूट देने से राज्य के छात्र शिक्षक की नौकरी पाने से वंचित रह जाएंगे।
नेताओ ने कहा की राज्य सरकार बिहार के बाहर के छात्रों को केवल 10 से 20 प्रतिशत सीट पर ही बहाली करे शेष 80 से 90 प्रतिशत सीट बिहार के छात्रों के लिए हो, क्योंकि देश के कई राज्यों में तो बाहरी छात्र किसी प्रकार के बहाली में आवेदन नहीं दे सकते है, तथा कुछ राज्य में केवल 10 से 15 प्रतिशत सीट के लिए आवेदन लिए जाते है।
नेताओ ने कहा आज बिहार के दर्जनों सरकारी विश्वविद्यालयों में बिहार के बाहर के आधा से ज्यादा प्रोफेसर, तथा सूबे के सभी व्यवहार न्यायालय में भी आधा से ज्यादा बिहार के बाहर के राज्यो के छात्र ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट, जज आदि पदों पर बहाल है , अब प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक भी आधा से ज्यादा बिहार के बाहर के हो जाएंगे।
नेताओ ने राज्य सरकार से अविलंब कल कैबिनेट की बैठक में शिक्षक भर्ती परीक्षा नियमावली में बिहार के बाहर के अभ्यर्थियों को नियुक्ति के संशोधन पर पुर्नविचार कर उन्हे केवल 10 से 20 प्रतिशत ही जगहों पर बहाली का नियम बनाने की मांग किया है।
नेताओ ने कहा बिहार के बाहर के राज्यो के अभ्यर्थी को शिक्षक बनाने के नियम में संशोधन से राज्य के शिक्षक अभ्यर्थियों में भयानक आक्रोश है।

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