बिहार की शान, गया का प्राण, ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी के स्थानांतरण का निर्णय वापस ले केंद्र सरकार _ कांग्रेस

मनोज कुमार ।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता सह ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी स्थानांतरण रद्द कराओ संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युमन दुबे, संघर्ष समिति के रामलखन स्वर्णकार, बलिराम शर्मा, उदय शंकर पालित, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, अशोक राम, मो समद, असरफ इमाम, आदि ने कहा कि सन 1976 में तत्कालीन रक्षामंत्री स्व जगजीवन राम जी ने गया के पहाड़पुर में सेना सेवा कोर ( उत्तर ) की स्थापना की गई थी और उसे 2011 में यहां से बंगलुरु शिफ्ट करने की सूचना पर संघर्ष समिति के बैनर तले गया के लोगो के काफी आंदोलन के बाद भारत सरकार ने यहां ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी शुरू करने का निर्णय लिया था, जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री एवम् सेनाध्यक्ष ने गया में इसका उद्घाटन किया था।
नेताओ ने कहा की अति प्राचीन एवम् अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान रखने वाला गया शहर में भारतीय सेना का तीसरा प्री _ कमीशन ट्रेनिंग ( पी टी सी ) स्कूल है, जिसमे 750 कैडेटों की लक्षित प्रशिक्षण क्षमता है। ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी का लक्ष्य जेंटलमैन कैडेट में शामिल होने के लिए तैयार करना है।
नेताओ ने कहा की गया के पहाड़पुर में लगभग 900 एकड़ में फैले ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी जिसमे लगभग 800 जेंटल मैन को प्रशिक्षण देने की क्षमता है, परंतु सैन्य अधिकारियों की अनदेखी एवम् इच्छा नहीं रहने के कारण लगातार प्रतिवर्ष प्रशिक्षणार्थियों की संख्या घटाते हुए प्रतिवर्ष प्रशिक्षित होने वाले जेंटल मैन कैडेड्स की संख्या अभी दो अंक यानि 100 से भी कम करा कर गया के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को आई एम ए देहरादून में स्थानांतरण करने की बाते विगत कई वर्षों से चल रही है, इसके पहले कई बार इस संबंध में रक्षा विभाग की चिट्ठियां स्थानांतरण के लिए जारी किया गया था, परंतु संघर्ष समिति के बैनर तले सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, एवम् गयावासियो की मांग, बिहार सरकार द्वारा रक्षा मंत्री को पत्र लिखने के बाद स्थानातरण की प्रकिया ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
नेताओ ने कहा इस बार बहुत कॉन्फिडेंशियल टेलीफोनिक मैसेज तथा जेंटल मैन कैडेड्स की संख्या में भारी कमी, यानी अभी अधिकारियों से कम प्रशिक्षणार्थियों की बाते रक्षा मंत्रालय को बता कर इसे आई एम ए देहरादून में समाहित करने की योजना को मूर्तरूप देने की तैयारी चल रही है।
नेताओ ने महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, एवम् बिहार के मुख्यमंत्री से मांग किया की देश के तीसरा ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, बिहार की शान, गया के प्राण को आई एम ए देहरादून में समाहित स्थानांतरित करने के बजाय इसके स्थापना के समय लिए गए निर्णय के अनुशार 850 कैडेडस जेंटल मैन प्रशिक्षित करने वाला संस्था के रूप में विकसित किया जाए तथा उत्तर, पूर्व भारत में कम पड़ रहे सैन्य संस्थानों की पूर्ति हेतु इसी कैंपस में और सैन्य संस्थाएं स्थापित किया जाय।
नेताओ ने कहा की गया बिहार में उच्च शिक्षण संस्थानों का हब है, जहां दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, आई आई एम , ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, डी आर डी ओ, इंडियन होटल मैनेजमेंट एवम् कैटरिंग टेक्नोलॉजी आदि स्थापित से इसलिए यहां से ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी को दूसरे जगह स्थानांतरित कर न्यायोचित नहीं है।