छात्र-छात्राओं कि समस्याओ का समाधान जल्द नही होगा तो काॅलेज में किया जाएगा तालाबंदी:- अभाविप

धीरज ।

गया। शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गया कॉलेज इकाई द्वारा गया महाविद्यालय के प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर महाविद्यालय की वर्तमान अनियमित, लाचार शैक्षणिक व्यवस्था एवं छात्र-छात्राओं को हो रही अन्य समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया है।
अभाविप गया महाविद्यालय अध्यक्ष विनायक सिंह ने बताया कि प्रथम वर्ष नामांकन फार्म के नाम पर कॉलेज प्रशासन अवैध वसूली कर रही है वही वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्स के टिसी/सीएलसी के नाम पर छात्र-छात्राओ से मोटे रकम लिया जा रहा है जो छात्रों पर हो रहे आर्थिक शोषण को दर्शाता है जिसे जल्द बंद करना होगा। गया महाविद्यालय जो एक समय पूरे मगध का शिक्षा का मूल केंद्र बिंदु हुआ करता था वह अब पूरी तरह ध्वस्त होता दिख रहा है इतने बड़े कैंपस में कहीं भी पीने का शुद्ध शीतल जल उपलब्ध नहीं है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मूलभूत सुविधा से भी वंचित रखा जा रहा है। बीते कई महीनों से वोकेशनल की पढ़ाई पूरी तरह ठप है, महाविद्यालय के क्लास रूम में बिजली की व्यवस्था ना होने के कारण पंखे बंद रहते हैं कक्षा का नियमित संचालन भी नहीं किया जाता है। विश्वविद्यालय के आदेश के बावजूद सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी नियमित तौर पर अपने विभागों में उपलब्ध नहीं मिलते हैं। नामांकन के नाम पर सिर्फ अवैध वसूली की जाती है। विद्यार्थी परिषद अपने धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्राचार्य को यह चेतावनी देती है की अगर जल्द हीं इस व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद पूर्णजोर आंदोलन करेगी एवं ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी जो इस कुव्यवस्था में संलिप्त हैं उन्हें पद से हटाने का काम करेगी। छात्र हित में विद्यार्थी परिषद लगातार संघर्ष करते रही है।
अभाविप गया सह-मंत्री सिमरन कुमारी ने कहां कि गया कॉलेज,गया में छात्रावास किसी भी परिस्थिति में बंद नही होनी चाहिए जब विश्वविद्यालय वर्ग संचालन कि नोटीफिकेशन कि तो काॅलेज प्रशासन कौन होता है छात्रावास बंद करने वाले, छात्रावास बंद होने से छात्राओ पढ़ाई पर गलत असर पड़ेगा। छात्रावास बंद होती है तो सड़क जाम किया जायेगा और उग्र आंदोलन होगी। वही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा गया कॉलेज में बढ गया है छात्राओ के साथ छेड़खानी आम हो गई है जिसे रोकने में काॅलेज प्रशासन पूरी तरीके से असमर्थ है। अगर छेड़खानी जैसी घटना को जल्द रोका नही जाता है तो एक बड़ी घटना किसी वक्त काॅलेज में घट सकती है। जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। इतनी बड़ा कैंपस होने के बावजूद महिला सुरक्षा सेल और प्लेसमेंट सेल नही होने से एक ओर यहां पढ रही छात्रा पूरी तरह असुरक्षित है तो दूसरी ओर वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्स में पढ़ाई करने वाले छात्र काॅलेज से बेरोजगार बन कर निकल रहे है। उन सेल का गठन होना चाहिए तभी छात्र- छात्राओ भविष्य बर्बाद होने से बचेगा। महिला छात्रावास कि समस्याओ को निरन्तर प्राचार्य को लिखित रूप से दिया गया है पर अभी तक यथार्थ स्थिति बनी है महिला छात्रावास कि जो प्राचार्य कि छात्रा विरोधी नीति को दर्शाता है। छात्रावास कि समस्याओ का समाधान जल्द नही किया जायेगा तो अभाविप कि महिला छात्र नेत्री कॉलेज प्रशासन को चुटी पहनाने का काम करेगी। पूरे कैंपस में सीसीटी कैमरे जल्द लगवाया जाना भी जरूरी है।
गया कॉलेज,गया प्राचार्य महोदय जब धारण पर बैठे अभाविप के छात्र-छात्राओ को समझाने आये तो छात्रों का विरोध का सामना उन्हे करना पड गया, उसके बाद प्राचार्य को वहां से जाना पड गया और अभाविप के छात्र नेताओं गया कॉलेज प्रशासन विरोध नारे और भाषण देने लगे। पुनः संध्या में प्राचार्य आये उस समय भी प्राचार्य को छात्र नेताओ का विरोध सहना पड़ा। किसी तरह अभाविप के छात्र नेताओं समझाया गया उसके उपरांत प्राचार्य और अभाविप के छात्र नेताओं में सारी समस्याओ पर वार्ता हुई और उन सभी समस्याओ को जल्द पूरा करने कि लिखित असवासन गया कॉलेज प्रशासन ने दिया है।
इस मौके पर गया काॅलेज अध्यक्ष विनायक कुमार,पहलाद सिंह,गौतम सिंह,राहुल कुमार,शशि कुमार,अर्थन कुमार,अंकित कुमार,अंकित सागर,विशाल कुमार,सिवम कुमार,भोली कुमार,नंदनी कुमारी,आरव कुमार,साजन कुमार,रोहम कुमार,रौशन कुमार,प्रदेश सह मंत्री सूरज सिंह,विभाग संगठन मंत्री पशुपतिनाथ उपमन्यु,जिला संयोजक राजीव रंजन कुमार,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिया सिंह,महानगर मंत्री मैक्स अवस्थी,गुलशन कुमार,विपिन साव,रजनीकांत,रितिक रौशन,सौरभ सिंह,आयुष कुमार आदि मौजूद थे।