पटनायक के बाद केसीआर ने भी नीतीश कुमार से किनारा किया

धीरज गुप्ता ।

• 12 जून की पटना बैठक में राहुल गांधी के आने की आशा व्यर्थ
• केरल, पंजाब, दिल्ली और बंगाल में कांग्रेस नहीं छोड़ने वाली मैदान

गया। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी बीआरएस ने 12 जून की विपक्षी एकता बैठक में शामिल होने से इनकार दिया है। यह नीतीश कुमार के महात्वाकांक्षी गुब्बारे में चुभी एक और पिन है।
मोदी ने कहा कि केसीआर ने विपक्ष शासित चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में नीतीश कुमार को न्योता नहीं दिया था।
इससे पहले उडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नीतीश कुमार की भाजपा-विरोधी मुहिम से किनारा कर लिया था। मोदी ने कहा कि राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर रहने के कारण कांग्रेस की दूसरी-तीसरी कतार का कोई नेता ही पटना की विपक्षी जुटान में शामिल होगा। इसका कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल से कोई समझौता करने को राजी नहीं है। जस्टिस दीपक मिश्र के विरुद्ध महाभियोग और दिल्ली संबंधी अध्यादेश के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने केजरीवाल का साथ नहीं दिया। इनके बीच एकता कैसे संभव है? मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार क्या कांग्रेस को केरल और बंगाल में वहां के सत्तारूढ दलों (माकपा और टीएमसी) के लिए मैदान छोड़ने को राजी कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि केवल एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) और एक दल (भाजपा) को केंद्र की सत्ता से हटाने के नकारात्मक मुद्दे पर विपक्षी दलों को इकट्ठा करने की मंशा कभी सफल नहीं होगी।