झोलाछाप आयुष चिकित्सक की लापरवाही ने ली युवक की जान,पेट दर्द से था परेशान
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र के सिरदला रोड के घसियाडीह स्थित आकाश हॉस्पिटल में झोलाछाप कथित आयुष चिकित्सक अजीत कुमार के लापरवाही से एक युवक की जान चली गई।मृतक की पहचान लक्ष्मीबिगहा गांव निवासी कृष्णा प्रसाद उर्फ बराहिल जी के 22 वर्षीय बेटे सूरज कुमार के रूप में हुई है।मृतक के परिजन ने बताया कि सूरज कुमार बीते दो दिनों से पेट दर्द रहने के कारण आकाश हॉस्पिटल में इलाजरत था।कथित आयुष चिकित्सक अजीत कुमार के बहकावे में आकर वे लोग युवक को आकाश हॉस्पिटल में ही इलाज करवा रहे थे।हालांकि इलाज के दौरान सूरज कुमार की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया।वहीं डॉ अजीत कुमार द्वारा परिजनों को जल्द ठीक होने की बात कही जाती रही।इस बीच सोमवार को चिकित्सक द्वारा दोपहर के 12 बजे सूरज कुमार के ठीक होने की बात कहकर घर जाने को कहा।इस दौरान परिजनों द्वारा हजारों रुपये भी ऐंठ लिए गए।घर पहुंचने के थोड़े देर बाद ही युवक को बेतहाशा दर्द बढ़ने लगा।परिजन चिंतित अवस्था में सूरज कुमार को पुनः आकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया।जहां चिकित्सक द्वारा इलाज के क्रम में युवक की मृत्यु हो गई।मृतक को चिकित्सक द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल ले जाने को कहा।अनुमंडलीय अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक ने युवक सूरज कुमार को मृत घोषित किया।युवक के मृत होने की खबर सुनकर परिजन आक्रोशित हो गए व शव के साथ आकाश हॉस्पिटल जा पहुंचे।युवक के मृत्यु की घटना सुनते ही आकाश हॉस्पिटल के संचालक सह कथित आयुष चिकित्सक अजीत कुमार नर्स व अन्य कर्मियों के साथ हॉस्पिटल से फरार हो गया।जबकि हॉस्पिटल में मृतक के अलावे अन्य कई मरीज भर्ती थे।वहीं आकाश हॉस्पिटल में मृतक के परिजनों द्वारा जमकर हंगामा किया गया।हंगामा की सूचना मिलते ही थाने में पदस्थापित एसआई जेवियर लकड़ा पुलिस बल के साथ आकाश हॉस्पिटल पहुंचे।वहां मृतक के परिजनों को समझा बुझाकर घटना की लिखित शिकायत देने को कहकर वापस लौट गई।वहीं मृतक के परिजनों ने बताया कि युवक की शादी हो चुकी थी।किन्तु गौना अभीतक नहीं हुआ था।मृतक सूरज कुमार के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।बताते चलें कि बीते वर्ष 2022 के मार्च माह के दो तारीख को पुरानी बस स्टैंड के सती स्थान स्थित आकाश क्लिनिक में गर्भवती महिला मुरहेना गांव निवासी खुश्बू देवी के प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई थी।मृतक गर्भवती महिला के परिजनों द्वारा लिखित शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर क्लिनिक को सील कर दिया था।वहीं कुछ समय गुजर जाने के बाद पुरानी बस स्टैंड स्थित आकाश क्लिनिक के संचालक द्वारा पुनः घसियाडीह में अस्पताल का नाम बदलकर पुनः आकाश हॉस्पिटल रखकर खोल लिया गया।इस बाबत पर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी नहीं है।वहीं मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन दिए जाने के बाद कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।