बाल मनोविज्ञान की कहानी हैं, आपकी छोटी लड़की – मनीष कुमार.

IMG-20251013-WA0119

विश्वनाथ आनंद

टिकारी( बिहार)- गया जी जिला के प्रख्यात लेखिका व साहित्यकार ममता कालिया द्वारा लिखित कहानी ‘
‘आपकी छोटी लड़की ‘ एक तेरह वर्षीय लड़की टुनिया के साथ उसके परिवार का रिश्ता,भवनात्मक दूरी, अकेलापन, मानसिक संघर्ष एवं मानवीय संवेदना की तस्वीर है।
यह पूरी कहानी टुनिया के इर्द – गिर्द घूमती है। यह कहानी बाल मन के कई पहलुओं को छूता है।
टुनिया की बड़ी बहन को घर के सभी लोग प्रशंसा करते थे एवं वह पढ़ाई एवं अन्य क्षेत्रों में अव्वल रहती थी। टुनिया हीन भावना से ग्रसित हो रही थी, लेकिन उसी दौरान घर पर आए एक साहित्यकार मेहमान ने टुनिया के अंदर की प्रतिभा को पहचाना एवं उसके पिता से उसकी प्रशंसा किया। यह प्रशंसा टुनिया के जीवन एक सकारात्मक बदलाव लाया और वह सभी कार्यों में दिल लगाने लगी।
नगर के हैप्पी किड्स स्कूल, के परिसर में कहानी विथ कॉफी के तेरहवीं कड़ी के रूप में आयोजित आपकी छोटी लड़की कहानी के पाठ एवं चर्चा के दौरान वक्ताओं ने उपरोक्त बातें कही। कार्यक्रम की शुरुआत नदीम हसन द्वारा कहानी पाठ से हुई । हिंदी के शिक्षक एवं शोधार्थी मनीष कुमार ने कहा कि यह कहानी बाल मनोविज्ञान पर आधारित हैं, एवं परिवार में बच्चों के साथ हो रहे भेदभाव को दर्शाता है। इस कहानी में बच्चों के बाल मन की जटिलताएं एवं भावनाओं को दर्शाया गया है।
पवन कुमार ने कहा कि इस कहानी में परिवार के सदस्यों के बीच की गलतफहमियों को उजागर करती है, जो डर और दूरी पैदा कर सकती हैं। राजेश कुमार ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से युवाओं में साहित्य का लगाव बढ़ेगा। बी पी एन ग्लोबल स्कूल के निदेशक नामित राजा ने कहा कि हम सभी कों बच्चों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
आज भी समाज में इस तरह की घटनाएं घटित हो रही है। वहीं कई श्रोताओं ने ऑनलाइन जुड़कर इस कार्यक्रम के प्रति अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन संजय अथर्व ने की एवं धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु शेखर ने किया।

You may have missed