दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में वर्षों से मांग के बाद भी केंद्रीय विद्यालय की स्थापना नहीं होने से टिकारी के लोगों में भारी मायूसी-कॉंग्रेस.
विश्वनाथ आनंद
गया जी( बिहार)-दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्विद्यालय के 2012 में शिलान्यास के समय ही इसके वृहद परिसर में एक केंद्रीय विद्यालय की स्थापना की घोषणा होने के तेरह वर्ष बीतने तथा सर्वदलीय संघर्ष समिति के लगातार आंदोलन, स्थानीय विधायक द्वारा भी महीनों से केंद्रीय विद्यालय खुलने की बातें करने आदि दिव्य स्वप्न बन कर रह गया।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता सह बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के संयोजक विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, बाल्मीकि प्रसाद, प्रो मुद्रिका सिंह नायक, बृज मोहन शर्मा, श्रीकांत शर्मा, मोहन सिंह, राम प्रमोद सिंह, नाथून पासवान, रामचंद पासवान, मोहन पासवान, चन्द्रदेव पासवान, छोटू मियां, रेखा देवी, शिव कुमार चौरसिया, आदि ने कहा कि संघर्ष समिति द्वारा दर्जनों बार केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को ज्ञापन देने का अभी तक कोई असर नहीं होने तथा दुसरी ओर स्थानीय ए डी ए विधायक द्वारा भी जल्द केंद्रीय विद्यालय के शिलान्यास की बातें कोरा झूठ प्रमाणित हुआ, जबकि गया जिला के बाराचट्टी प्रखंड के वारवाडीह स्थित कोबरा बटालियन कैम्प में बीते कल 15 सितंबर को प्रधानमंत्री द्वारा पूर्णिया की सभा से ही ऑनलाइन शिलान्यास हुआ, जबकि दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय विद्यालय के शिलान्यास नहीं होने से सम्पूर्ण टिकारी अनुमंडल के लोगों में भारी मायूसी है।
नेताओ ने कहा कि संघर्ष समिति के बैनर तले दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय विद्यालय खोलने सहित इसका नामकरण विष्णु- बुद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय कराने सहित इसके वृहद परिसर में राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने हेतु लगातार संघर्ष जारी रहेगा।