वायुसेना अधिकारी का शव पहुंचते हीं गम में डूबा गांव, एयरफोर्स अधिकारियों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर - Newslollipop

वायुसेना अधिकारी का शव पहुंचते हीं गम में डूबा गांव, एयरफोर्स अधिकारियों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

WhatsApp Image 2025-03-30 at 5.57.25 PM

DIWAKAR TIWARY.

सासाराम। भारतीय वायुसेना के चीफ इंजीनियर की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी में शनिवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई। वे मूल रूप से रोहतास जिले के कोचस प्रखंड अंतर्गत हरनाथपुर गांव के निवासी थे। एयर फोर्स कैंप से उनके मौत की सूचना मिलते हीं परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं घटना के बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस जांच में जुट गई है और हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।

रविवार को पैतृक गांव लाया गया शव

भारतीय वायुसेना के चीफ इंजीनियर सतेंद्र नारायण मिश्र प्रयागराज में अपने एक बेटे माधवेन्द्र एवं पत्नी वत्सला के साथ हाई सिक्योरिटी परिसर में रहते थे। पुत्र माधवेन्द्र ने सैनिक स्कूल प्रयागराज से इस वर्ष हीं मैट्रिक की दी है वहीं बेटी कावेरी मिश्रा लाॅ कालेज लखनऊ में दुसरे साल की पढाई कर रही है। अंतिम दर्शन के लिए रविवार को तिरंगे में लिपटा हुआ जब उनका पार्थिव शरीर गांव लाया गया तो परिजनों में चीख-पुकार मच गई और आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई।

वायुसेना ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

मृतक चीफ इंजीनियर सतेन्द्र नारायण मिश्र उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित एयरफोर्स बेस कैंप में पदस्थापित थे। वायुसेना के विशेष वाहन से रविवार को तिरंगे में लिपटे अधिकारी का शव उनके पैतृक गांव हरनाथपुर लाया गया, जहां वायुसेना के अधिकारियों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर मातमी माहौल में उन्हें गाॅड ऑफ आनर दिया। इस दौरान वायुसेना की मातमी धुन भी बजती रही और सभी ने नम आंखों से उनका अंतिम दर्शन किया। वहीं अंतिम दर्शन के पश्चात परिजन शव लेकर रविवार की दोपहर वाराणसी स्थित मणिकर्णिका घाट पर पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार करने के लिए निकल पड़े।

नकाबपोश अपराधियों ने मारी थी गोली

पिता सह सेवानिवृत्त शिक्षक हरि गोविंद मिश्र ने बताया कि सतेन्द्र पढ़ने में काफी अव्वल था। उंच्च विद्यालय कोचस से मैट्रिक करने के बाद आदर्श इंटर कालेज वाराणसी से आईएससी किया और मुजफ्फरपुर से इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की। पहले उनका चयन सिंचाई विभागा में एसडीओ के पद पर हुआ था, लेकिन नौकरी रास नहीं आई और त्यागपत्र देकर इंजिनियरिंग सर्विस कमिशन की परीक्षा पास कर एयर फोर्स के चीफ इंजिनियर बन गये। पिछले दो साल से वे प्रयागराज स्थित एयरफोर्स में चीफ वर्क इंजिनियर के पद पर तैनात थे। साथ हीं उन्होंने बताया कि उनका पुत्र प्रयागराज के बमरौली एयरफोर्स ऑफिसर्स कॉलोनी के हाई सिक्योरिटी जोन में अपने परिवार के साथ रहता था। गत शनिवार की अहले सुबह करीब साढ़े तीन बजे कुछ नकाबपोश अपराधियों ने उसे दरवाजे पर हीं गोली मार दी। कालोनी में रह रहे अन्य वायुसेना अधिकारी एवं जवानों की मदद से उन्हें मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है।

स्वभाव से शांत व मृदुभाषी

ग्रामीण बताते हैं कि स्वभाव से शांत व मृदुभाषी सतेंद्र नारायण मिश्र अभी चार दिन पूर्व हीं गांव से प्रयागराज ड्यूटी के लिए गये थे। वायुसेना में बड़े अधिकारी रहते हुए भी सत्येंद्र का स्वभाव गांव में एकदम सामान्य था। अक्सर वे सभी से हंसकर हीं मिलते थे और कभी अपने अधिकारी होने का रौब नहीं दिखाया। स्वजनों के अनुसार वे कुछ दिन पहले आफिसियल जांच में बिहटा आए हुए थे।होली में गांव नहीं आने के कारण वे बिहटा से सीधे गांव आ गये और सभी से मिल जुलकर 25 मार्च को पुनः ड्यूटी के लिए गए थे, लेकिन प्रयागराज पहुंचने के तीन दिन बाद हीं उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।