रक्षाबंधन पर बिहार सरकार की सौगात! महिलाओं और छात्राओं के लिए 9-10 अगस्त को सभी बसों में यात्रा मुफ्त

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Sanjiv singh.

बिहार सरकार की इन बसों में दो दिन यात्रा मुफ्त, मुफ्त, मुफ्त!
# बिहार राज्‍य पथ परिवहन निगम की सभी बसों में दो दिन होगी मुफ्त यात्रा! जानिए सीएम नीतीश ने क्‍यों दी ये सौगात
# अगर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने जाना चाहती हैं आप! तो बिहार सरकार की इन बसों में नहीं देने होंगे पैसे
# सीएम नीतीश कुमार के विजन से भाई की कलाई पर राखी सजाने के लिए बहनों को पैसे देने की जरूरत नहीं!

पटना, 08 अगस्‍त।रक्षाबंधन के दिन अगर बहनें अपने भाई को राखी बांधने की सोच रही हैं और उनके पास पैसे नहीं हैं… तो ऐसी बहनों को परेशान होने की जरूरत नहीं है! जी हां, सीएम नीतीश कुमार के विजन पर परिवहन विभाग ने इस समस्‍या का समाधान कर दिया है। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर बिहार सरकार ने माताओं और बहनों को सौगात दी है। ये सौगात उन माताओं और बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी है, जो अपने भाई की कलाई पर रखी बांधने के लिए बिहार भर में कहीं भी जाना हैं। ऐसी माता और बहनों अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने जाने के लिए बस वालों को पैसे नहीं देने होंगे।

इन बसों में दो दिन बहनों की यात्रा मुफ्त
इस विशेष पहल के तहत बहनें पिंक, साधारण और डीलक्स बसों में बिना टिकट यात्रा कर सकेंगी। यह सुविधा 9 अगस्त (शनिवार) सुबह से 10 अगस्त (रविवार) देर रात तक लागू रहेगी। सफर के दौरान किसी भी तरह का किराया देने की आवश्यकता नहीं होगी।

दूसरे जिलों के लिए की गई है ये व्‍यवस्‍था
जो बहनें अपने भाई को राखी बांधने के लिए दूसरे जिले जाना चाहती हैं, तो मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके लिए भी व्‍यवस्‍था की है। बीएसटीसी की बसें पटना, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया समेत 6 क्षेत्रीय कार्यालयों और 18 डिपो से चलेंगी। विभिन्न रूटों पर चलने वाली बिहार राज्‍य पथ परिवहन निगम की सभी बसों को मुफ्त कर दिया गया है। यह सेवा दो दिनों के लिए लागू रहेगी। बिहार सरकार और मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से ये सेवा हर किसी को दी गई है। चाहे महिला छात्रा हो, कामकाजी हो या गृहिणी। बसों में सभी आयु वर्ग की महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकेंगी।

किसी तरह की फॉमिलिटी की आवश्‍यकता नहीं
परिवहन विभाग और सीएम नीतीश कुमार की यह पहल न केवल महिलाओं के लिए रक्षाबंधन पर एक तोहफा है, बल्कि उनकी सुरक्षित और सुलभ यात्रा सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक अहम कदम भी है। यात्रा का फायदा उठाने के लिए कोई विशेष पंजीकरण आवश्यक नहीं है। बस महिला यात्री को बस में चढ़ना है और वह अपने गंतव्य तक बिना किराया चुकाए पहुंच सकेगी।