बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय प्रशासन हुआ जागरूक- अनिल कुमार सिंह

-अदारी बचाओ आंदोलन के समर्थको ने परिणाम आने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं स्थानीय जिला प्रशासन को दिया बधाई.
विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद( बिहार)- बिहार के औरंगाबाद में अदरी बचाओ आंदोलन के समर्थकों ने बिहार के मुख्यमंत्री व स्थानीय प्रशासन तथा मीडिया कर्मियों को परिणाम आने पर बधाई एवं आभार व्यक्त किया . इस संबंध में अदरी बचाओ आंदोलन के मुख्य सेनापति अनिल कुमार सिंह ने निजी होटल में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि अदरी बचाओ आंदोलन के सेनानियों का अथक प्रयास का परिणाम है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान औरंगाबाद में घोषणा किया कि आद्री नदी को सौंदर्य करण किया जाएगा. एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य भी होगी. उन्होंने कहा कि कई वर्षों से आद्री बचाओ आंदोलन किया जा रहा था. लेकिन इतिहास का पहला वर्ष 2025 है ,जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य करने एवं आद्री नदी के घाटों को सौंदर्य करण करने की घोषणा किया है. इसके लिए तहे दिल से अदरी बचाओ आंदोलन के समर्थक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं स्थानीय प्रशासन को शुक्रिया अदा करता है. उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के तहत कार्य में बंदर वाट करने वालों पर अदरी बचाओ आंदोलन सेना पूरी तरह से पैनी नजर रखेगी. उन्होंने आगे कहा कि आद्री नदी को पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त किया जाएगा.
इसके लिए अदरी बचाओ आंदोलन सेना पूरी तरह से कटिबंध है .उन्होंने आगे कहा कि प्रगति यात्रा के दौरान कुशी गांव के समीप छात्रावास, अब्दुल कलाम भवन व पार्क का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया है. लेकिन जिस प्रकार से बनाया गया है, यदि इसकी जांच कराई जाए तो कई अनियमितताएं उजागर हो सकती है. इसी तरह कई समर्थकों ने भी प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी. कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कालिका बाबू पूर्व प्रधानाध्यापक ने किया. वहीं संचालन अदरी बचाओ आंदोलन के सेनापति अनिल कुमार सिंह, ने किया. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित होने वालों में सुलेखा जी, लव कुश जी, देवराज जी, सुमन अग्रवाल नीतू जी, अरविंद जी, विकास जी उर्फ बारूद जी, अंकित जी अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली ,सुनीता जी, सुजीत जी, तुलसी बाबू सहित सैकड़ो लोग मुख्य रूप से शामिल थे .