एनपीएस/यूपीएस का विरोध और पुरानी पेंशन बहाली का अनुरोध - Newslollipop

एनपीएस/यूपीएस का विरोध और पुरानी पेंशन बहाली का अनुरोध

WhatsApp Image 2025-07-22 at 7.19.59 PM

विश्वनाथ आनंद ।
पटना( बिहा:-एनएम ओपीएस (पुरानी पेंशन बहाली हेतु प्रतिबद्ध राष्ट्रीय संगठन) की बिहार इकाई द्वारा एनपीएस तथा एकीकृत पेंशन योजना का लगातार विरोध किया जा रहा है तथा चुनावी वर्ष में इस आंदोलन को और मजबूती प्रदान करने के लिए पटना में NMOPS, बिहार के राज्यस्तरीय पदाधिकारियों एवं बिहार राज्य में कार्यरत अन्य सेवा संघ/संगठन के प्रतिनिधियों की बैठक हुई l बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 22 जुलाई 2025 को प्रदेश भर के सभी सरकारी कार्यालयों में सरकारी सेवकों द्वारा एनपीएस और यूपीएस का विरोध तथा पुरानी पेंशन बहाली के अनुरोध से संबंधित बैज लगाकर शांतिपूर्वक अपने सरकारी दायित्वों का निर्वहन किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडे द्वारा बताया गया कि चुनावी वर्ष में सरकार द्वारा सभी वर्गों के कल्याण के लिए अलग-अलग योजनाएं लागू की जा रही हैं ऐसे समय में पूरे बिहार के सरकारी सेवक अपने संवेदनशील मुख्यमंत्री से सरकारी सेवकों के बुढ़ापे की लाठी की बहाली की उम्मीद कर रहे हैं और एनपीएस तथा यूपीएस का लगातार विरोध किया जा रहा है इसी विरोध के क्रम में और पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में पूरे प्रदेश भर के सभी सरकारी सेवकों द्वारा प्रतीकात्मक रूप से *OPS बहाल करो*का बैज लगाकर अपने सरकारी दायित्वों का निर्वहन किया गया और सरकार से पुरानी पेंशन बहाली हेतु अनुरोध किया गया।
प्रदेश महासचिव शशि भूषण द्वारा बताया गया कि अगस्त के आखिरी सप्ताह में हम लोग पुरानी पेंशन की लड़ाई के समर्थन में एक बड़ी रैली करने जा रहे हैं। इससे पूर्व मानसून सत्र के दौरान यह कार्यक्रम किया जा रहा है। यह कार्यक्रम कल 23 जुलाई 2025 को भी जारी रहेगा।
प्रदेश संरक्षक प्रेमचंद कुमार सिंहा द्वारा बताया गया कि सरकार कमजोर है एवं चुनावी वर्ष में सभी लोगों के लिए कुछ न कुछ घोषणा की जा रही है इसलिए हम लोग रणनीतिक तौर पर सरकार पर दबाव बनाने में सफल रहे तो बिहार में भी पुरानी पेंशन लागू किया जाना संभव है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव तिवारी द्वारा बताया गया कि प्रदेश के सुदूर कार्यालय से जिस प्रकार प्रतीकात्मक विरोध की तस्वीरें प्राप्त हो रही हैं,इससे स्पष्ट है कि बिहार के सरकारी सेवकों का उत्साह चरम पर है और सरकार के लिए इस मामले को अनदेखा करना अब संभव नहीं है.