महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक एवं क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद की मनाई गई जयंती

विश्वनाथ आनंद ।
गया जी (बिहार)-भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, अधिवक्ता, स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी, बाल गंगाधर तिलक की 169 वीं जयंती एवं महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद की 119 वीं जयंती गया के स्थानीय अनुग्रह नारायण रोड स्थित दुबे आश्रम में कॉंग्रेस पार्टी के नेताओ, कार्यकर्ताओं ने मनाया।सर्वप्रथम बाल गंगाधर तिलक एवं चन्द्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण के पाश्चात्य दोनों महान स्वतंत्रता सेनानीयों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम में शामिल बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, कॉंग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, टिंकू गिरी, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विनोद सिन्हा, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम, मुन्ना मांझी आदि ने कहा की प्रकृति का यह संयोग ही कहा जाएगा की 23 जुलाई को ही आज से क्रमशः 169 वर्ष एवं 119 वर्ष पहले स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रारंभिक अग्रणी नेता बाल गंगाधर तिलक एवं क्रांति वीर योद्धा चन्द्रशेखर आजाद का जन्म देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने हेतु भारत की धरती पर हुआ था।
स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है के नारों को डेढ़ सौ साल पहले बुलंद करने वाले, विभिन्न अख़बारों के माध्यम से आजादी की लड़ाई को जनमानस में पीरोने वाले विद्वान अधिवक्ता बाल गंगाधर तिलक ने विपिनचंद्र पाल, लाला लाजपत राय के साथ आजादी शुरुआती किरण देने का काम किया था।नेताओ ने कहा की चन्द्रशेखर आजाद देश की आजादी में गरम दल का नेतृत्व कर क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए काकोरी कांड, दिल्ली में असेंबली बम कांड में इनका सहयोग आज देश के युवाओ के लिय प्रेरणा श्रोत है।नेताओ ने आज के दिन 23 जुलाई को दिनों महापुरुषों की जयंती पर सभी शैक्षणिक संस्थाओं में इनकी जीवनी पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की नितांत आवश्यकता है।