बिरसा मुंडा के 150वीं जयंती को धूमधाम से मनाया गया

संतोष कुमार ।

बिरसा मुंडा को याद करते हुए प्रखंड रजौली के अंतर्गत नेताजी सुभाषचंद्र बोस आवासीय छात्रावास व मध्य विद्यालय चिरैलामें उनकी 150वीं जयंती मनाई गई।साथ ही 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस एवं जनजातीय गौरव पखवारा के अवसर पर छात्रावास में विभिन्न गतिविधियाँ व कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।छात्रावास संचालक सोमनाथ के निर्देश से छात्रों के बीच कॉपी,कलम, पेंसिल,रबड़ और कटर का वितरण किया गया।शिक्षकों ने छात्रों को बताए की बिरसा मुंडा का 150वां जन्म जयंती वर्ष आज से शुरु हो रहा है।भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं और ‘धरतीबा’ के नाम से भी जानते है।उनका पैग़ाम “जल-जंगल-जमीन” का दिया नारा सदा रहे निज धाम मातृभूमि पर स्वराज हो, बिरसा का पैगाम”।भागवान मुंडा असाधारण क्रांतिवीर भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे ।

आदिवासी अस्मिता, स्वायतत्ता और संस्कृति को बचाने के लिए उन्होंने अंग्रेजों की लागू की गयी जमींदारी प्रथा और राजस्व-व्यवस्था के ख़िलाफ़ लड़ाई के साथ-साथ जंगल-जमीन की लड़ाई छेड़ दी। मुंडा का जन्म एक गरीब किसान परिवार में हुआ था उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा वो जेल भी गए।आज उनकी जयंती पर उनकी संघर्ष और क्रांति को याद करते हुए हम सभी नमन करते हैं।आपको बता दें कि इस छात्रावास में अभिवंचित वर्ग के छात्र एवम घुमंतू, भीख मांगने वाले, कूड़ा बीनने वाले , बेसहारा अनाथ बच्चों को रखा जाता है। इन बच्चों को शिक्षा के साथ ऐसे कार्यक्रमों में हमेशा शामिल किया जाता है।इस मौके पर प्रधानाध्यापक सह संचालक सोमनाथ, पूर्व संचालक राजीव कुमार,वार्डन सुनील कुमार,शिक्षक अमृत रंजन, राजकुमार,रात्रि प्रहरी रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।

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