सभी पूजा पंडाल आयोजकों को निर्देश कि किसी भी संकीर्ण रास्तों पर कोई पूजा पंडाल का निर्माण नहीं हो

मनोज कुमार।

गया, नवरात्रा एक दुर्गा पूजा त्योहार के मद्देनजर जिले में विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था तथा आपसी भाई चारे के साथ पर्व पूरे खुसी माहौल में संपन्न हो, इसके लेकर जिला पदाधिकारी, गया डॉ० त्यागराजन एसएम एवं वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती की अध्यक्षता में शेरघाटी अनुमण्डल पहुच कर अनुमण्डल स्तर के शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक करते हुए कई आवश्यक सुझाव लिए गए तथा प्रशासन द्वारा कई आवश्यक निर्देश सभी आयोजकों तथा शांति समिति के सदस्यों को दिए गए।बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी शांति समिति के सदस्य अपने अपने क्षेत्र में स्वयं उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे। सभी संवेदनशील स्थलों को चिन्हित किया जा चुका, उस क्षेत्र में लगातार निगरानी एव स्थानिय लोगो से बात चीत कर स्थिति का जानकारी भी ली जा रही है। राज्य सरकार की साफ नीति है कि कहीं भी कोई शांति व्यवस्था भंग नही हो, इसका पूरा ख्याल एव नियंत्रण रखे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पूरी सतर्कता एवं निगरानी बरतनी होगी। राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है की भीड़ नियंत्रण पर बेहतर प्रबंधन की व्यवस्था हर हाल में रखनी होगी।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि गया शेरघाटी अनुमण्डल में कुल 07 स्थानों पर रावण दहन होने की सूचना प्राप्त हुए है।, जिनमे मुख्य रूप से इमामगंज में 04, शेरघाटी में 01, डोभी में 01, रौशनगंज में 01 शामिल है। जिस स्थान पर भी रावण दहन कार्यक्रम आयोजित होना है, वहां पर आयोजक समिति हर हाल में पर्याप्त एंट्री एवं एग्जिट गेट, क्राउड कंट्रोल की पूरी व्यवस्था, मजबूती बेरीकेटिंग, लाउडस्पीकर, सीसीटीवी, पर्याप्त साइनेज इत्यादि की पूरी व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित करवाएंगे।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने क्षेत्र के सभी पूजा पंडाल आयोजकों को निर्देश दे कि किसी भी संकीर्ण रास्तों पर कोई पूजा पंडाल का निर्माण नहीं हो। चुकी आम आदमी पूरी खुशी माहौल में पर्व त्यौहार को मनाने एवं विभिन्न प्रतिमाओं को देखने पंडाल में जाते हैं, आम जनों को कोई परेशानी नहीं हो, इस पर विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन के बिना अनुमति का कोई भी मेला या झूला का आयोजन नहीं होगा, इस पर पूरी निगरानी रखें।

जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि कोई भी क्षेत्र में जिस रास्ते से भी प्रतिमाओं का विसर्जन होगा उसे रास्ते में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हर हाल में रखें। इसके अलावा उन्होंने बिजली विभाग के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रतिमा विसर्जन एवं जुलूस के रास्ते में जहां भी लूज वायर या नीचे लटका हुआ तार है, उसे अभी समय है ठीक करवा लें ताकि प्रतिमाओं के विसर्जन में कहीं कोई दिक्कत नहीं हो सके।
उन्होंने शेरघाटी के सभी पूजा पंडाल के आयोजक को निर्देश दिया कि अपने-अपने पूजा पंडाल को पूरी मजबूती के साथ बनावे इसके साथ पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, यदि किसी परिस्थिति में आग लगने पर आग से बचाव हेतु व्यापक व्यवस्था इत्यादि अनिवार्य रूप से रखे इत्यादि अनिवार्य रूप से रखें। साथ भी भीड़ नियंत्रण की पूरी पुख्ता इंतजाम करवाने को कहा। पर्याप्त वोलिएंटर्स भी रखने को कहा है।
जिला पदाधिकारी ने सभी आयोजन समितियों को सख्त हिदायत दिया कि बिना लाइसेंस की एक भी मूर्ति नहीं बैठाया जाएंगे। इसके साथ ही लाइसेंस लेने के दौरान आयोजक के साथ-साथ 20 आयोजन समिति के सदस्यों का नाम भी अनिवार्य रूप से देना सुनिश्चित करें।
पूर्व के सभी पर्व त्यौहार काफी अच्छे शांति माहौल में संपन्न हुए हैं। आगामी दुर्गा पूजा भी उसी शांति माहौल में गुजरे इसे सभी शांति समिति के सदस्य सुनिश्चित करावे। सभी पूजा समिति अपने लाइसेंस को अपने पंडाल में हर हाल में प्रदर्शित करवाये। पंडालों में विधिवत बिजली का कनेक्शन ले, ताकि लूज वायर या सॉर्ट सर्किट की कोई समस्या नही हो सके। पर्व के अवसर पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरा पुख्ता रखे, ताकि लोगो को जाम की समस्याओं से झूझना न पड़े। उन्होंने सभी पूजा समिति को कहा कि हर हाल में 13 अक्टूबर तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन करवा लें।
बैठक को संबोधित करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने कहा कि दुर्गा पूजा श्रद्धा आस्था का पर्व है, उसे उसी आस्था एवं श्रद्धा के साथ मनाएं। किसी भी स्थिति में हुरदंगबाजी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पर्व को देखते हुए पेट्रोलिंग की ओर सख्त व्यवस्था रखी गई है ताकि कहीं भी कोई छोटी एक छोटी घटना भी ना हो सके। उन्होंने कहा कि मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी भी हाल में हथियार प्रदर्शन पर पूरी तरह प्रतिबंधित है। इसके साथ ही डीजे भी पूरी तरह बंद रखा गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पूरी नजर रखी जा रही है। साइबर सेल गठन करते हुए 24 घंटे एक्टिवेट मोड में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्हाट्सएप ग्रुप फेसबुक इत्यादि सोशल साइट पर आपत्तिजनक फोटो या वीडियो या वैसे कुछ खबर जो किसी संप्रदायिक भावना को ठेस पहुंचे उस स्थिति में ग्रुप एडमिन पर भी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हाल में धार्मिक भावना आपसी भाईचारा को ठेस ना पहुंचे, इसे ध्यान में रखें। अपने-अपने पूजा पंडालों के समीप भीड़ नियंत्रण हेतु समुचित व्यवस्था अनिवार्य रूप से सभी आयोजक रखें। सभी पूजा पंडाल में दर्शकों के एंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट का पर्याप्त व्यवस्था रखें। पूरी धार्मिक माहौल में धार्मिक गाना का ही प्रयोग करें आपत्तिजनक कोई भी बातें/ नारे या गाना को नहीं बजावे।
लाइसेंस में विभिन्न प्रकार की शर्तों को अच्छे तरीके से पालन करवाये। उन्होंने कहा कि लाइसेंस में यह अनिवार्य रूप से अंकित करे की कितने बजे विसर्जन के लिए प्रतिमा का उठाव करेंगे एवं कितने बजे विसर्जन करेंगे इत्यादि स्पष्ट लिखा होना चाहिए। बड़े जुलूस के आगे एवं पीछे हर हाल में वीडियो ग्राफी की व्यवस्था रखें। उन्होंने विशेष रूप से कहा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान कोई भी नाबालिक बच्चों को नदी तालाब पोखर में विसर्जन के दौरान नहीं शामिल हो ताकि किसी प्रकार की कोई घटना हो सके। चुकी सभी नदी तालाब में पानी भरा पड़ा है पर्याप्त बैरिकेडिंग गोताखोर प्रॉपर लाइट इत्यादि की मुकम्मल व्यवस्था रखें। उन्होंने कहा की प्रतिमा विसर्जन तथा जुलूस का रूट सत्यापन कर ले साथ ही फ्लैग मार्च भी कर लें।
इसके पश्चात जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा रंगलाल हाई स्कूल एवं डोभी ओवरब्रिज के समीप प्रस्तावित रावण दहन स्थल का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में निर्देश दिया है कि आम जनों के आवागमन हेतु रास्ता पूरी तरह समतल हो, एंट्री एवं एग्जिट की पर्याप्त व्यवस्था हो, रोशनी की मुकम्मल व्यवस्था हो, सीसीटीवी एवं पर्याप्त लाऊड स्पीकर की पूरी व्यवस्था रहे। हर हाल में अंधेरा होने से पहले रावण दहन कार्यक्रम पूरी तरह संपन्न कर ले ताकि रावण दहन क्षेत्र से सभी व्यक्ति पूरी सुरक्षित रूप से अपने घर के लिए प्रस्थान हो सके।
बैठक में अनुमण्डल पदाधिकारी शेरघाटी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, अंचल अधिकारी डोभी, शेरघाटी, आमस, बाराचट्टी, गुरुआ, इमामगंज, डुमरिया एवं शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के सभी थाना अध्यक्ष उपस्थित थे।