राष्ट्रीय पोषण माह: 01 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक पोषण महाअभियान व्यवहार परिवर्तन से पोषण में सुधार लाने के लिए किया जायेगा सजग

मनोज कुमार,

गया, 31 अगस्त। स्वस्थ और सेहतमंद जिदंगी के लिए उचित पोषण के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने के लिए जिला में 01 सितंबर से 30 सितंबर तक पोषण महाअभियान चलाया जाएगा। एक सितंबर रविवार होने के ​कारण पोषण महाअभियान का शुभारंभ शनिवार को ही कर दिया गया। इस मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार सरकार की सचिव वंदना प्रेयसी द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पुलिस लाइन स्थित पालनाघर परिसर में पौधरोपण कर पोषण महाअभियान का शुभारंभ किया। वहीं आइसीडीएस कर्मचारियों द्वारा समाहरणालय परिसर तथा अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी पोधरोपण कर अभियान की शुरुआत की गयी। पोषण माह के दौरान व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती व धात्री महिलाएं, किशोरियों व छह वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पोषण स्तर में सुधार सहित तीन से छह वर्ष के बच्चों के प्रारंभिक देखभाल व शिक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। पूरे माह एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, कुशल प्रशासन, पूरक आहार व पारदर्शिता, संबंधी विषयों पर गतिविधियों का आयोजन कर आमजन को जागरूक किया जायेगा। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर दिन पांच तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।

पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए होगा काम:
आइसीडीएस डीपीओ डॉ रश्मि वर्मा ने बताया कि पोषण माह के दौरान एनीमिया के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष कैंप आयोजित किये जायेंगे। समुदाय को वृद्धि निगरानी के महत्व के प्रति जागरूक करते हुए इसे अपडेट किया जायेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिक्षा चौपाल ​आयोजित किये जायेंगे। बच्चे व उनके माता पित के साथ खेल व खिलौना आधारित गतिविधियां आयोजित की जायेगी। स्तनपान के महत्व, छह माह से अधिक बच्चों को दिये जाने वाले पूरक आहार में विविधता, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पोषण युक्त पदार्थ का पूरक आहार के रूप मे प्रयोग के लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण की शपथ के साथ पौधारोपण संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जायेगा।

एक हजार दिन के महत्व पर जागरूकता:
डीसी सबा सुल्ताना ने बताया कि पोषण माह को सफल बनाने के लिए समेकित बाल विकास परियोजना बिहार के निदेशक कौशल किशोर ने राज्य के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी और बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के पत्र के आलोक में राष्ट्रीय पोषण माह आयोजित करने के संबंध में पत्र भेजा है। पोषण माह के दौरान कस्तूरबा बालिका विद्यालय, दिव्यांग जन विद्यालय के साथ ही अन्य विद्यालयों में खून की जांच कर एनीमिया की पहचान की जाएगी। आंगनवाड़ी केंद्रों की सेविकाओं द्वारा गृह भ्रमण कर गर्भवती माताओं के 1000 दिन के महत्व से संबंधित जागरूक किया जाएगा। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक पोषण की आवश्यकता होती है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आमलोगों के बीच जन- जागरूकता के लिए पूरे जिले में पोषण रैली, प्रभात फेरी और साइकिल रैली, पोषण शपथ कार्यक्रम औैर पोषण शपथ हस्ताक्षर अभियान का आयोजन भी किया जाएगा। पूरे सितंबर महीने में जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर समुदाय आधारित गतिविधियां जैसे- गोदभराई सह सुपोषण दिवस और अन्नप्राशन के साथ ही आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा गृह भ्रमण कर विभिन्न बिंदुओं को लेकर कार्यक्रम का अयोजन किया जाना है।